चक्रवात एवं द्रोणिका के चलते बदला मौसम / शाम को तेज हवाओं के साथ अनेक क्षेत्रों में हल्की बारिश

पूर्वी विदर्भ के ऊपर बने चक्रवात एवं छत्तीसगढ़ से लेकर तमिलनाडु तक बनी द्रोणिका के चलते मौसम में बदलाव हुआ है। इसके कारण तेज हवाएँ चल रही हैं और प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश के साथ ओले भी गिर रहे हैं। मौसम में हुए बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है, खासकर उन किसानों की, जिनकी गेहूँ की उपज खरीदी केन्द्रों में रखी हुई है। सोमवार को सुबह से धूप खिली रही, लेकिन दोपहर बाद बादल छाने लगे और शाम को अचानक करीब 28 से 30 किमी की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ अनेक क्षेत्रों में बारिश भी हुई। रात्रि 8 बजे तक करीब 1 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम में हुए बदलाव से लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली, लेकिन बदले हुए मौसम से किसानों को नुकसान हो रहा है। मौसम वैज्ञानिक देवेन्द्र तिवारी ने बताया कि प्रदेश में उत्तर-पश्चिमी एवं उत्तर-पूर्वी हवाएँ चल रही हैं। इसके साथ ही मप्र के ऊपर एक चक्रवात बना हुआ है। 


तापमान सामान्य से 5 डिग्री नीचे गिरा 
मौसम में बदलाव का असर तापमान पर पड़ा है। बादलों के चलते दिन का अधिकतम तापमान गिरकर 35.8 डिग्री हो गया है, जो कि सामान्य से 5 डिग्री कम था। वहीं न्यूनतम तापमान 21.6  डिग्री दर्ज हुआ, जो सामान्य से 3 डिग्री कम था। 
काल बैसाखी नॉर्वेस्टर के चलते बदलाव 
मौसम विभाग के अनुसार 15 अप्रैल से 15 मई के बीच का समय काल बैसाखी नॉर्वेस्टर कहलाता है। इसमें दोपहर व शाम को उत्तर-पश्चिम दिशा से आँधी व तूफान उठता है, जो कि 5 से 10 मिनट में हल्की बारिश व गरज-चमक के साथ समाप्त हो जाता है। यह बदलाव काल रूप में होता है, जो कि काल बैसाखी नॉर्वेस्टर कहलाता है।